मनुष्य को अपने जीवन में केवल सत्कर्म ही करने चाहिए , श्री कृष्ण अपने भक्तों पर संकट आने से पहले ही टाल देते हैं – पूज्य...
जब मनुष्य के लाखों जन्मों के सत्कर्म इकट्ठा हो जाते हैं उन्हीं को भागवत सुनने का फल प्राप्त होता है- देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज .. कटघोरा,...