खबर खरसिया ..
भाई दूज का महत्व और पौराणिक कथाएँ ..
भाई दूज का उत्सव और रीति-रिवाज ,
हेमलता जायसवाल का पढ़े विशेष लेख ..
खरसिया, कार्तिक शुक्ल द्वितीया को मनाया जाने वाला भाई दूज का त्योहार भाई – बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक है। मान्यता है कि इस दिन यमुना ने अपने भाई यम को आदर सत्कार के साथ भोजन कराया था। यमराज की वरदान के अनुसार जो व्यक्ति इस दिन यमुना में स्नान करके यह का पूजन करेगा मृत्यु के पश्चात उसे यमलोक में नहीं जाना पड़ेगा।
यह भी पौराणिक मान्यता है यदि बहनें शुभ मुहूर्त में भाइयों को तिलक करती हैं तो भाइयों की उम्र लंबी होती है और भाई-बहन दोनों के जीवन में सुख – समृद्धि का वास होता है।
भाई दूज का त्योहार प्रति वर्ष कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। इसे यम द्वितीया व भ्रातृ द्वितीया भी कहते हैं। इस दिन बहनें अपने भाइयों को तिलक लगाती हैं और नारियल व चावल देकर उनकी लंबी उम्र व खुशहाली की कामना करती हैं। भाई भी उन्हें उपहार देते हैं।
पौराणिक कथाओं के अनुसार, जगत के पालनहार भगवान श्रीकृष्ण ने राक्षस नरकासुर का वध कर अपनी बहन सुभद्रा से मुलाकात की थी। इस दौरान सुभद्रा ने श्रीकृष्ण का तिलक किया और माला अर्पित कर उनका स्वागत किया। साथ ही उन्हें मिठाई खिलाई। सुभद्रा ने अपने भाई की दीर्घ आयु के लिए कामना की। धर्म ग्रंथों में भाई दूज की इस कथा का उल्लेख मिलता है।
एक और प्रचलित कथा के अनुसार, कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भगवान यम अपनी बहन यमुना से मिले थे, उस समय माँ यमुना ने यम देवता का आदर-सत्कार किया और उन्हें भोजन कराया। इससे यम देव अति प्रसन्न हुए। उन्होंने वचन दिया कि कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर जो कोई अपनी बहन से मिलने उनके घर जाएगा। उस व्यक्ति की हर मनोकामना अवश्य ही पूरी होगी। साथ ही सुख और सौभाग्य में भी वृद्धि होगी। यमराज ने यमुना को अमूल्य वस्त्राभूषण देकर तथास्तु कहा और यमलोक के लिए प्रस्थान किया। तभी से भाई दूज मनाने की शुरुआत हुई।
- खबर सक्ती ...1 year ago
बड़ी खबर: कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी ने किया अनिल चन्द्रा को जिलाबदर ..
- खबर सक्ती ...1 year ago
व्यापारी से 2250000 रूपये की लूट करने वाले 04 आरोपी गिरफ्तार 05 आरोपी फरार ..
- ख़बर रायपुर1 year ago
एनसीपी के प्रमुख पूर्व मंत्री नोबेल वर्मा कल 23 अक्टूबर को विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मौजूदगी में कांग्रेस में होंगे शामिल ..
- खबर जगदलपुर ..1 year ago
स्कूल शिक्षा विभाग में 3266 से अधिक रिक्त प्राचार्य पद पर पदोन्नति की माँग को लेकर “छत्तीसगढ़ राज्य प्राचार्य पदोन्नति संघर्ष मोर्चा” के द्वारा जगदलपुर में बस्तर संभागीय बैठक सफलतापूर्वक संपन्न हुई ..
- खबर सक्ती ...1 year ago
ज्ञानकुंज पब्लिक हायर सेकेंडरी स्कूल सकरेली (बा) में रंगोली, राखी मेकिंग एवं मेहंदी प्रतियोगिता का आयोजन संपन्न ..
- खबर सक्ती ...2 years ago
सक्ती जिले के डभरा सीएचसी में उपलब्ध हुई दो विशेषज्ञ चिकित्सको की सेवा ..
- खबर सक्ती ...1 year ago
गुलमोहर के फूलों की दीवानगी ऐसी कि आजादी के अमृतोत्सव पर लगाए “75 गुलमोहर पौधे …
- Uncategorized1 year ago
प्रदेश में पटवारियों की हड़ताल समाप्त ..
You must be logged in to post a comment Login